कहकशां
Friday, June 24, 2005
अौरत अौर कािमयाबी
अौरत अौर कािमयाबी
हर कािमयाब अादमी के पीछे एक अौरत होती है
क्योिक अौरत हमेशा कािमयाब अादमी के पीछे ही भागती है
बैगलूर के रेिडयो पर हर िदन एक मजा़िकया शर पेश करते है; ये उन मे से एक है
posted by Gandaragolaka @
11:52 PM
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